राजा की रानी

305 भाग

55 बार पढा गया

0 पसंद किया गया

फिर भी मैं इस बात को नहीं भूला कि बहुत रात बीत गयी है, मुझे तम्बू में लौटना है और उसके लिए कम-से-कम एक बार चेष्टा तो करनी चाहिए; किन्तु, मन ...

अध्याय

×